चंद्र मंत्र हिन्दू धर्म में चंद्र देवता की पूजा और आराधना के लिए एक महत्वपूर्ण मंत्र है। चंद्र देवता को चंद्रमा के रूप में जाना जाता है और वे मन, मनोवृत्ति और मानसिक शांति के प्रतीक माने जाते हैं। चंद्रमा का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर गहरा होता है, खासकर मानसिक और भावनात्मक स्थितियों पर।
Chandra Dev Mantra का उच्चारण व्यक्ति को मानसिक शांति, भावनात्मक संतुलन, और समृद्धि प्राप्त करने के लिए किया जाता है। यह मंत्र विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो मानसिक तनाव, अनिद्रा, और मानसिक असंतुलन से पीड़ित हैं।
चंद्र मंत्र
ऐं क्लीं सोमाय नमः।
चन्द्रमा के तांत्रोक्त मंत्र
ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:।
ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:।
ॐ श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नम:।
चंद्रमा गायत्री मंत्र
ॐ भूर्भुव: स्व: अमृतांगाय विदमहे कलारूपाय धीमहि तन्नो सोमो प्रचोदयात्।
चंद्रमा का पौराणिक मंत्र
दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णव सम्भवम। नमामि शशिनं सोमं शंभोर्मुकुट भूषणं ।।
चंद्र बीज मंत्र
ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:।।
चंद्रमा का वैदिक मंत्र:
ॐ इमं देवा असपत्न सुवध्वं महते क्षत्राय महते
ज्यैष्ठयाय महते जानराज्यायेनद्रस्येन्द्रियाय।
इमममुष्य पुत्रममुष्यै पुत्रमस्यै विश
एष वोमी राजा सोमोस्मांक ब्राह्मणाना राजा।।
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