Shri Gau Mata Ji Ki Chalisa 

श्री गौ माता जी की चालीसा एक धार्मिक स्तुति है जो गाय माता की महिमा और उनके महत्व को दर्शाता है। जिनमें गाय माता की स्तुति और उनके द्वारा प्रदान किए जाने वाले आशीर्वाद का वर्णन किया गया है। गाय माता को हिंदू धर्म में विशेष स्थान प्राप्त है और उन्हें माता के रूप में पूजा जाता है। इस चालीसा का पाठ करने से भक्तों को शांति, समृद्धि और सुख की प्राप्ति होती है।

Shri Gau Mata Ji Ki Chalisa

।। दोहा ।। 

माँ सुमिरन मुख सहज हो।
चारपदारथ सार । 
धरा रूपसुरभि धरा।
महिमा अमित अपार ।।   

॥ चौपाई ॥ 

देव दनुज सागर मथि पावा।
चौदह रतन प्रमुख गौपावा ।। 
पांच धेनु प्रगटेउ जग बहुला।
नन्दा भद्रा सुरभि सुशीला ।। 
महागौरी महिषासुर घाती।
वृषवाहन संकर सिवराती ।।
 धन्य मातु मल देव बनाई।
 प्रथम पूज्य राजवदन कहाई ।।
 जप तप जग्यदानविधि नाना।
 गोमय लेपन सकल विधाना।।
 पंचगव्य पंचतत्व निखारे।
पंचप्रान ब्रहारंध्र सिधारे ।।
 नेम छेम गौ कंकुद निवासू।
 रोम रोम जाके, सुरबासू ॥
सींग सिखर गौमात चढ़ाई।
 कामक्रोध रिपु लोभ मिटाई ।। 
गल कंवल नव जीवन दाता।
 कामधेनु वर तिभुवन माता ।। 
भानुपीठ मंगल शुभकारी।
 दरस परस पावन अघहारी ।।
 वरदायिनि सब रोग मिटाई।
 वैतरनि भव पार लगाई।।
 गौमुख गंगा वेग बहाई।
 सबद मंत्र गौ देत बनाई ।।
 श्राद्ध पिण्ड तर्पन मख पूजा।
 साधन सिद्धि धेनु नहिं दूजा ।। 
सकल करम साखी गौमाता।
विमुख धेनु सो नरक निपाता ।। 
ब्रह्ममुहुर्त पावन सब कहई ।
 गोधुलि बेला शुभकरई ।। 
जाके स्वास वेदविधि गांई।
गोरज विधि को लेख मिटाई ।।
 प्रातकाल उठि दरसन पावा ।
 वेदपुरान सुदरसन गावा ।।
 सुरभि सुमंगल भारतमाता।
मेटत भाल कुअंक विधाता ।।

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Shri Gau Mata Ji Ki Chalisa Padhne ke niyam

श्री गौ माता चालीसा का पाठ करते समय हमे अपने अंदर कोई भी नकारात्मक सोच नहीं लानी चाहिए। यदि आप गौ माता चालीसा का पाठ करना चाहते है तो आप अपने मन को शांत एवं शुद्ध रखे। गौ माता चालीसा का पाठ करने से हमारी सारी मुश्किल दूर होती हैं।

गौ माता चालीसा का पाठ करने से भक्त की सारी समस्या दूर होती है और गौ माता की कृपा सदैव बनी रहती है जिससे भक्तों को सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। 

Shri Gau Mata Ji Ki Chalisa को हमने ध्यान पूर्वक लिखा है, फिर भी इसमे किसी प्रकार की त्रुटि दिखे तो आप हमे Comment करके या फिर Swarn1508@gmail.com पर Email कर सकते है।

गौ माता की पूजा कब होती हैं ?

गौ माता की पूजा गोपाष्टमी के पावन अवसर पर की जाती हैं हिन्दू पंचांग के अनुसार गोपाष्टमी का त्यौहार कार्तिक माह में मनाया जाता है।

गौ माता की सेवा करना क्यों आवश्यक माना जाता हैं ?

गौ माता की सेवा करने से सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है हिन्दू धर्म में गौ माता की सेवा करना बहुत पुण्य का कार्य माना जाता हैं। जो भक्त गौ माता की सेवा सच्चे मन से करता है उसका मन सुख शांति से भरा होता हैं।

गौ माता कौन कौन से उत्पाद हमारे लिए अनिवार्य होते हैं ?

गौ माता के लगभग सभी उत्पाद हमारे लिए अनिवार्य है क्योंकि गौ माता हिन्दू धर्म में देवी का स्वरूप माना जाता है। हमारे लिए गौ माता के उत्पाद जैसे की दूध, गौ मूत्र, दही, गोबर, घी, और भी बहुत से उत्पाद हमारे जीवन के लिए अनिवार्य माने जाते हैं।

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