Ketu Beej Mantra Lyrics| केतु मंत्र

केतु बीज मंत्र का जाप केतु ग्रह के अशुभ प्रभावों को कम करने और जीवन में शांति, संतुलन, और सफलता प्राप्त करने के लिए किया जाता है। केतु को छाया ग्रह माना जाता है, जो जीवन में अप्रत्याशित घटनाओं और कठिनाइयों का कारक हो सकता है।
केतु बीज मंत्र का नियमित जाप व्यक्ति को मानसिक शांति, आत्मविश्वास, और आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करता है। इस मंत्र के माध्यम से केतु ग्रह के नकारात्मक प्रभावों को दूर किया जा सकता है, जिससे व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन, सुख-समृद्धि, और सफलता का मार्ग प्रशस्त होता है।

Ketu Beej Mantra Lyrics | केतु बीज मंत्र

ऊं कें केतवे नम:

Ketu Gayatri Mantra | केतु गायत्री मंत्र

 ओम् गदाहस्ताय विद्मिहे अमृतेशाय धीमहि |

तन्नो: केतु: प्रचोदयात ||

Ketu Tantrik Mantra | केतु तांत्रिक मंत्र

ऊँ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं स: केतवे नम:

Ketu Vedic Mantra | केतु वैदिक मंत्र

ऊँ केतुं कृण्वन्नकेतवे पेशो मर्या अपेश से। सुमुषद्भिरजायथा:

Ketu Pauradic Mantra | केतु पौराणिक मन्त्र

“पलाशपुष्पसंकाशं तारकाग्रहमस्तकम्।

रौद्रं रौद्रात्मकं घोरं तं केतुं प्रणमाम्यहम्।।”

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार नियमित रूप से केतु बीज मंत्र का जाप देवी कात्यायनी को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने का सबसे शक्तिशाली तरीका है।

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