Mangal Kavach
सनातन(Hindu) धर्म में मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा-उपासना के साथ साथ मंगल देव की भी पूजा की जाती है। साथ ही शुभ कार्यों में सिद्धि प्राप्ति हेतु मंगलवार का व्रत किया जाता है।
मंगल देव नवग्रहों में ऊर्जा, पराक्रम, बल, भूमि, साहस, रक्त और उग्रता के प्रतीक माने जाते हैं। कुंडली में मंगल दोष (Mangal Dosh) या अशुभ प्रभाव होने पर विवाह में बाधा, क्रोध, दुर्घटना, या रिश्तों में क्लेश उत्पन्न हो सकता है। ऐसे में मंगल कवच का पाठ अत्यंत फलदायक होता है। आप चाहे तो ⇒ मंगल कवच के locate को पहन कर मंगल दोष जल्द से जल्द दुर कर सकते है।
अथ अङ्गारक कवचम्
अस्य श्री मंगलकवचस्तोत्रमंत्रस्य कश्यप ऋषिः ।
अनुष्टुप् छन्दः। अङ्गारको देवता ।
भौम पीडापरिहारार्थं जपे विनियोगः।
रक्तांबरो रक्तवपुः किरीटी चतुर्भुजो मेषगमो गदाभृत् ।
धरासुतः शक्तिधरश्च शूली सदा ममस्याद्वरदः प्रशांतः
अङ्गारकः शिरो रक्षेत् मुखं वै धरणीसुतः ।
श्रवौ रक्तम्बरः पातु नेत्रे मे रक्तलोचनः ॥1॥
नासां शक्तिधरः पातु मुखं मे रक्तलोचनः ।
भुजौ मे रक्तमाली च हस्तौ शक्तिधरस्तथा ॥2॥
वक्षः पातु वराङ्गश्च हृदयं पातु रोहितः ।
कटिं मे ग्रहराजश्च मुखं चैव धरासुतः ॥3॥
जानुजङ्घे कुजः पातु पादौ भक्तप्रियः सदा ।
सर्वाण्यन्यानि चाङ्गानि रक्षेन्मे मेषवाहनः ॥4॥
फलश्रुतिः
य इदं कवचं दिव्यं सर्वशत्रुनिवारणम् ।
भूतप्रेतपिशाचानां नाशनं सर्वसिद्धिदम् ॥
सर्वरोगहरं चैव सर्वसम्पत्प्रदं शुभम् ।
भुक्तिमुक्तिप्रदं नॄणां सर्वसौभाग्यवर्धनम् ॥
रोगबन्धविमोक्षं च सत्यमेतन्न संशयः ॥
॥ इति श्री मार्कण्डेयपुराणे अङ्गारक कवचं सम्पूर्णम् ॥
मंगल ग्रह मंत्र
ऊँ धरणीगर्भसंभूतं विद्युतकान्तिसमप्रभम ।
कुमारं शक्तिहस्तं तं मंगलं प्रणमाम्यहम ।।
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार नियमित रूप से Shree Mangal Kavach का जाप करना भगवान शनि को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने का सबसे शक्तिशाली तरीका है.
✅ मंगल कवच के लाभ (Benefits of Mangal Kavach):
🔥 मंगल दोष से मुक्ति:
कुंडली में मंगलीक दोष या वैवाहिक जीवन में समस्याओं को दूर करता है।💪 शौर्य, साहस और आत्मबल में वृद्धि:
मंगल शक्ति, पराक्रम और निर्णय क्षमता को बढ़ाता है।🚑 दुर्घटना और रक्त विकार से रक्षा:
रक्त, हड्डी और मांसपेशियों से जुड़े रोगों में लाभकारी है।🏠 भूमि और संपत्ति संबंधी कार्यों में सफलता:
संपत्ति, भवन निर्माण, ज़मीन से जुड़े मामलों में लाभ देता है।🔱 क्रोध, झगड़े और कोर्ट-कचहरी से मुक्ति:
मंगल से उत्पन्न आक्रोश या वैर-भाव कम होता है।
📿 पाठ विधि (Path Vidhi):
- सर्वश्रेष्ठ दिन: मंगलवार
- प्रातःकाल स्नान कर लाल वस्त्र पहनें।
- मंगल यंत्र या मंगल देवता के चित्र के सामने दीपक और लाल पुष्प अर्पित करें।
- मंत्र:
ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः
का 108 बार जाप करें। - मंगल कवच को धरण कर ऊपर दिए गए ⇒ मंगल कवच श्रद्धा से 1 या 3 बार पढ़ें।
- अंत में मंगल ग्रह से संबंधित लाल मसूर, गुड़, मूंगा या तांबे का दान करें।
- Shree Surya Kavach श्री सूर्य कवच
- अमोघ शिव कवच Shiv Kavach
- श्री लक्ष्मी कवचम् Laxmi Kavach
- माँ कामाख्या कवच | Kamakhya Kavach
- दुर्गा कवच Durga Kavach