Shailputri Mantra | शैलपुत्री मंत्र

शैलपुत्री मंत्र देवी शैलपुत्री की आराधना का एक पवित्र और महत्वपूर्ण साधन है। शैलपुत्री माँ दुर्गा का पहला स्वरूप हैं, जिन्हें पर्वतराज हिमालय की पुत्री के रूप में पूजा जाता है। इस मंत्र का जाप देवी शैलपुत्री की कृपा प्राप्त करने और जीवन में शांति, शक्ति, और समृद्धि लाने के लिए किया जाता है।

Shailputri Mantra का नियमित जाप करने से साधक को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार, आत्मबल की वृद्धि, और सभी प्रकार की बाधाओं से मुक्ति प्राप्त होती है। देवी शैलपुत्री की आराधना व्यक्ति को प्रकृति के साथ संतुलन, आध्यात्मिक उन्नति, और जीवन में स्थिरता का आशीर्वाद देती है।

Shailputri Mantra In Sanskrit Lyrics

माँ शैलपुत्री माता दुर्गा का पहला रूप है। वह हिमालय की बेटी है और “पार्वती” या “हेमवती” के रूप में भी जाना जाती है

शैलपुत्री मंत्र

वंदे वाद्द्रिछतलाभाय चंद्रार्धकृतशेखराम |

वृषारूढां शूलधरां शैलपुत्री यशस्विनीम्‌ ||

Shailputri Mantra In English Lyrics

Vande Vaadidra Chhatalaabhaaya Chandrardh Kritshekhraam

Vrisharudhaam Shooldharaam Shaiputri Yashsvineem.

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार नियमित रूप से और नवरात्रि के पहले दिन शैलपुत्री मंत्र का जाप देवी शैलपुत्री को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने का सबसे शक्तिशाली तरीका है।

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