गायत्री मंत्र हिन्दू धर्म के सबसे पवित्र और महत्वपूर्ण मंत्रों में से एक है। यह मंत्र ऋग्वेद में वर्णित है और इसे वेदों की माता कहा जाता है। गायत्री मंत्र का उच्चारण व्यक्ति की आध्यात्मिक उन्नति, मानसिक शांति और शुद्धता के लिए किया जाता है।
Gayatri Mantra Hindi Lyrics
ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्यः धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ।।
Gayatri Mantra English Lyrics
Om Bhur Bhuwah Svah Tat Savitur Varenyam
Bhargo Devasya Dhimahi Dhiyo Yo Nah Prachodayat.
इस मंत्र का अर्थ है:
“हे धरती, आकाश और स्वर्ग के स्वामी परमेश्वर, हम आपके उस अद्भुत प्रकाश का ध्यान करते हैं जो हमारे ज्ञान को प्रकाशित करे और हमें सन्मार्ग पर चलने की प्रेरणा दे।”
गायत्री मंत्र के जप से व्यक्ति को मानसिक शांति, शारीरिक स्वास्थ्य और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है। इसे सुबह और शाम के समय ध्यान और प्रार्थना के दौरान उच्चारण करना विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है। गायत्री मंत्र का नियमित जाप करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और उसे जीवन की कठिनाइयों से उबरने की शक्ति मिलती है।
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार नियमित रूप से गायत्री मंत्र का जाप देवी गायत्री को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने का सबसे शक्तिशाली तरीका है।