धन्वंतरि मंत्र हिन्दू धर्म में भगवान धन्वंतरि की पूजा और आराधना के लिए एक महत्वपूर्ण मंत्र है। भगवान धन्वंतरि को आयुर्वेद के देवता और चिकित्सा विज्ञान के संस्थापक माना जाता है। उनका पूजन विशेष रूप से स्वास्थ्य, आरोग्य और दीर्घायु के लिए किया जाता है।
धन्वंतरि मंत्र का उच्चारण व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रोगों से मुक्ति, स्वास्थ्य लाभ और दीर्घायु की प्राप्ति के लिए किया जाता है। यह मंत्र विशेष रूप से चिकित्सकों और आयुर्वेद के छात्रों द्वारा भी पूजनीय है।
धनवंतरी मंत्र
“ओम नामो भगवते वासू देवया डंवनतरा,
अमृता कालसा हस्थया,
सर्वामाया विनसानया,
त्रैलोक्या नतया,
श्री महा विश्णवे नमहा.”
Dhanwantari Mantras
“ओम नामो भगवते
महा सुधारषाना
वासुदेवया धन्वंतराए;
अमृता कालसा हस्थाया
सर्वा भाया विनासया
सर्वा सरव्ा रोका निवारनाया
थ्री लोकया पतए
थ्री लोकया निताए
श्री महा विष्णु स्वरूपा
श्री धन्वंतरि स्वरूपा
श्री श्री श्री
अऔशता चकरा नारायाणा स्वाहा”
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार नियमित रूप से देवी मंत्र का जाप धनवंतरी मंत्र को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने का सबसे शक्तिशाली तरीका है।